हद से ज्यादा सुन्दर उसने बनाई यह दुनिया विभिन्न रंगों से फिर उसने सजाई यह दुनिया भरे क्यों फिर उसमें उसने ख़ुशी और गम के रँग हर किसी को उसकी नज़र से दिखाई यह दुनिया
रेखा जोशी
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