2122 2122 2122 2122
ज़िन्दगी में अब चली है आज कैसी यह हवायें राह में क्यों आज मेरे यह कदम फिर डगमगाये प्यार की अब ज़िन्दगी में खो गई उम्मीद थी जो छोड़ दुनिया वो गये क्या याद कर भर नैन आये
रेखा जोशी
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