हमे तो अब ख़ुशी से खिलखिलाना है
सुमन उपवन पिया अब तो खिलाना है
मिली है ज़िन्दगी अब मुस्कुराओ तुम
ख़ुशी से गीत साजन गुनगुनाना है
,
मीत आज ज़िन्दगी हमें रही पुकार है
रूप देख ज़िन्दगी खिली यहां बहार है
पास पास हम रहें मिले ख़ुशी हमें सदा
छोड़ना न हाथ आज छा रहा खुमार है
रेखा जोशी
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