देख उसकाभोला सा चेहरा
नही पहचान उसको पाया
बना मीत मेरा
और
दिल का हाल उसे बताया
निकाला जनाज़ा
विश्वास का मेरे
जग में मेरा मज़ाक बनाया
बन दोस्त मेरा
दुश्मन सा वो सामने आया
भगवान बचाये ऐसे
दोस्तों से
जो रंग बदलते गिरगिट सा
रेखा जोशी
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