जाम ए ज़िन्दगी तो पीना है यारों
हमने सदियों कहां जीना है यारों
,
इबादत करें खुदा की मिली ज़िन्दगी
मानो यह रब का मदीना है यारों
,
साज बजाओ ज़िन्दगी में प्यार भरा
ज़िन्दगी मधुर स्वर वीणा है यारों
,
भर लो दामन में अपने खुशियां यहां
ज़िन्दगी अनमोल नगीना है यारों
,
न जाने कब छोड़ दें यह संसार हम
पर्दा मौत का तो झीना है यारों
रेखा जोशी
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