शरद पूर्णिमा पर सभी मित्रों को हार्दिक शुभकामनाएँ
धरती पर हूँ मै और शरद का चाँद आसमां पर
है लेती अंगड़ाईयाँ दुधिया चांदनी यहाँ पर
है संग तुम्हारा और ठंडी हवा के झोंकों से
महकने लगा रात की रानी से आंगन यहाँ पर
रेखा जोशी
धरती पर हूँ मै और शरद का चाँद आसमां पर
है लेती अंगड़ाईयाँ दुधिया चांदनी यहाँ पर
है संग तुम्हारा और ठंडी हवा के झोंकों से
महकने लगा रात की रानी से आंगन यहाँ पर
रेखा जोशी
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