दीप कलश जगमगाने लगे मेरे घर में आज
झंकृत हो बजने लगे मेरे दिल के तार आज
उनके आने की खबर सुन के छाने लगी बहारे
हवाओं ने भी छेड़ दिए मदमस्त तराने आज
रेखा जोशी
झंकृत हो बजने लगे मेरे दिल के तार आज
उनके आने की खबर सुन के छाने लगी बहारे
हवाओं ने भी छेड़ दिए मदमस्त तराने आज
रेखा जोशी
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