उठो देश के सपूतो, भारत रहा पुकार ।
भारत पर तुम मर मिटो ,हो जाओ तैयार ॥
आन बान पर देश की ,लाखों हुये शहीद ।
सीमा पर उत्सव मने ,क्या होली क्या ईद ॥
भारत सीमा पर खड़े ,तन कर वीर जवान ।
आँच देश पर न आये ,हो जायें कुरबान ॥
हमारी जन्म भूमि की ,माटी है अनमोल ।
तिलक लगाएँ माटी से ,नाही इसका मोल ॥
रेखा जोशी
आन बान पर देश की ,लाखों हुये शहीद ।
सीमा पर उत्सव मने ,क्या होली क्या ईद ॥
भारत सीमा पर खड़े ,तन कर वीर जवान ।
आँच देश पर न आये ,हो जायें कुरबान ॥
हमारी जन्म भूमि की ,माटी है अनमोल ।
तिलक लगाएँ माटी से ,नाही इसका मोल ॥
रेखा जोशी
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