Thursday, 5 June 2014

दोहे [वीर रस ]



उठो  देश  के  सपूतो,  भारत  रहा  पुकार ।  
भारत पर तुम मर मिटो ,हो जाओ तैयार ॥ 

आन बान पर देश की  ,लाखों हुये  शहीद । 
सीमा पर उत्सव मने  ,क्या होली क्या ईद ॥ 

भारत सीमा पर खड़े ,तन कर वीर जवान । 
आँच  देश  पर  न आये ,हो  जायें  कुरबान ॥ 

हमारी  जन्म भूमि  की ,माटी है अनमोल ।
तिलक  लगाएँ  माटी से ,नाही इसका मोल  ॥ 

रेखा जोशी 

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