Sunday, 3 March 2013

शुभ प्रभात


उगता भानु
लालिमा गगन की
हुआ उजाला
,...............
पक्षी चहके
हवा के हिचकोले
मौसम हसीं
...............
विहग उड़े
छोड़ अपने नीड़
चुगते दाना
.............
सुंदर समां
फिर सुबह हुई
शुभ प्रभात

2 comments:

  1. सुप्रभात,सुन्दर हाइकू.दूसरे हाइकू की पहली पंक्ति पर ध्यान दें.

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  2. आदरणीय राजेन्द्र जी ,गलती सुधार ली है आपका हार्दिक धन्यवाद ,आभार

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