वक्त जो गुज़र जाता है
छोड़ जाता पीछे कई यादें
कुछ खट्टी तो कुछ मीठी
भर आती है आंखे कभी
याँ लब पे मुस्कान कभी
पर गुज़रा हुआ वो वक्त
नीव बन संवारता है जो
आने वाले जीवन के पल
भरता है ज़िन्दगी में रंग
देकर जाता नई सीख हमे
भुला कर दर्द जो है छिपे
अतीत के आंचल के तले
चलती रहे यूँ ही ज़िन्दगी
होंठों पर मुस्कान लिये
No comments:
Post a Comment