आते ही
इस दुनिया में
बंध जाते हम
अनगिनत रिश्ते नातों में
रह जाती फिर
उलझ कर ज़िंदगी
इन रिश्ते नातों में
शुक्रिया तेरा भगवन
मिलाया मनचाहे मीत से
आने से जिसके
खुशियाँ आई जीवन में
साथ निभाता जो
वक्त आने पर
जीवन की धूप छाँव में
बिन मांगे देता स्नेह अपार
पा कर उसका साथ
झंकृत हो उठा मेरा मन
है खुशनसीब वो
मिला जिनको
कृष्ण सुदामा सा मीत
रेखा जोशी
इस दुनिया में
बंध जाते हम
अनगिनत रिश्ते नातों में
रह जाती फिर
उलझ कर ज़िंदगी
इन रिश्ते नातों में
शुक्रिया तेरा भगवन
मिलाया मनचाहे मीत से
आने से जिसके
खुशियाँ आई जीवन में
साथ निभाता जो
वक्त आने पर
जीवन की धूप छाँव में
बिन मांगे देता स्नेह अपार
पा कर उसका साथ
झंकृत हो उठा मेरा मन
है खुशनसीब वो
मिला जिनको
कृष्ण सुदामा सा मीत
रेखा जोशी
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