Tuesday 3 May 2016

कृष्ण सुदामा सा मीत

आते ही 
इस दुनिया में 
बंध  जाते हम 
अनगिनत रिश्ते नातों में  
रह जाती फिर 
उलझ कर ज़िंदगी 
इन रिश्ते नातों  में 
शुक्रिया तेरा भगवन 
मिलाया मनचाहे मीत से 
आने से जिसके 
खुशियाँ आई जीवन में  
साथ निभाता जो 
वक्त आने पर 
जीवन की धूप छाँव में 
बिन मांगे देता स्नेह अपार 
पा कर उसका साथ 
झंकृत हो उठा मेरा मन 
है खुशनसीब वो 
मिला जिनको 
कृष्ण सुदामा सा मीत  

रेखा जोशी 


 



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