देख हमको खिलखिलाकर चल दिये
आग सीने में लगा कर चल दिये
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रात में वो चाँद छुप कर खो गया
चाँदनी भी वो चुरा कर चल दिये
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राह में हमको अकेला छोड़ कर
आसमाँ से तुम गिराकर चल दिये
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दिल हमारे को खिलौना जान कर
तोड़ इसको मुस्कुरा कर चल दिये
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ज़िन्दगी ने है दिखाये गम हमें
दर्द में हमको डुबा कर चल दिये
रेखा जोशी
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