छंद - पदपादाकुलक
16,16 मात्रा के 4 चरण । आदि में 2 तथा अंत में 22
माता तुमसे संसार मेरा
दाती ले लो प्रणाम मेरा
शीश झुकायें दर पर तेरे
झोली भरती दर पर तेरे
,
चाँद निकला अंगना मेरे
आये जो सांवरिया मेरे
शीतल पवन मिले हिचकोले
पीहू आज पपीहा बोले
रेखा जोशी
No comments:
Post a Comment