राह निहारे बांवरे नयन प्रतीक्षा में हूँ बैठी सजन पुकारे तुम्हे अँगना अपना बैठे कहाँ अपने में मगन , आया गाता मधुमास सखी आये ना साजन पास सखी महकी बगिया झूमे सारे प्रियतम मिलने की आस सखी
रेखा जोशी
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