Wednesday, 1 March 2017

जगमगा उठा कल्पनाओं का महल चाँदनी रात में

है याद मिले तुम  हमें पहले पहल चाँदनी रात में
खामोश लब बोले नयन ह्रदय विहल चाँदनी रात में
थामा था हाथ इक दूजे का निभाने के लिये साथ
जगमगा उठा कल्पनाओं का महल चाँदनी रात में

रेखा जोशी

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