है याद मिले तुम हमें पहले पहल चाँदनी रात में खामोश लब बोले नयन ह्रदय विहल चाँदनी रात में थामा था हाथ इक दूजे का निभाने के लिये साथ जगमगा उठा कल्पनाओं का महल चाँदनी रात में
रेखा जोशी
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