जीवन दुखों का घर ,हर कोई रोता है
ढाई अक्षर प्रेम के ,जो यहाँ पढ़ लेता है
दुखों को पार करे ,औ तर जाए वह तो,
पूरा संसार मिथ्या ,प्रेम ही सत्य होता है
रेखा जोशी
ढाई अक्षर प्रेम के ,जो यहाँ पढ़ लेता है
दुखों को पार करे ,औ तर जाए वह तो,
पूरा संसार मिथ्या ,प्रेम ही सत्य होता है
रेखा जोशी
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