छोड़ के अपने इस आलस को अब जिंदगी में कुछ काम किया करते है
पहुंचना है हमे उस मुकाम पर जिसकी सदा चाह किया करते है
अपनी चाह को हकीकत में बदलने के लिए मत देखो तुम मंजिल को
चाह रखने वाले मंजिल ताकते नहीं बढ़ कर थाम लिया करते हैं
पहुंचना है हमे उस मुकाम पर जिसकी सदा चाह किया करते है
अपनी चाह को हकीकत में बदलने के लिए मत देखो तुम मंजिल को
चाह रखने वाले मंजिल ताकते नहीं बढ़ कर थाम लिया करते हैं
No comments:
Post a Comment