Saturday, 20 September 2014

सिलसिले प्यार के

तेरी यादें है
दिल के अरमान
हसीन लम्हे
..................
पूरे हो गए
खामोश वादियों में
अरमां मेरे
................
जिंदगी मेरी
है शामे मुहब्बत
सौगात तेरी
..................
खुशनसीब
सिलसिले प्यार के
जो  हुए मेरे
.....................
मासूमियत
पलकों में छुपा है
चेहरा तेरा

रेखा जोशी

No comments:

Post a Comment