Wednesday, 17 September 2014

कर खुद से अपनी पहचान


नारी    तेरी   महिमा   महान
किस विध करूं इसका बखान
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याद   करो   झाँसी  की  रानी
थी   जोशीली     वो    मर्दानी
बांध   पीठ  पर  अपना  लाल
हुई   राष्ट्र   पर    वो   कुर्बान
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पहुँची  तुम  भू   से आसमान
कल्पना   की  वो  ऊँची उड़ान
याद   करेगा    तुम्हे    जहान
तुम  में   समाया   तेज महान
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अबला  नहीं  बलवान हो  तुम
शक्ति  स्वरूप  दुर्गा   हो  तुम
महादेवा   की   शिवा   हो  तुम
कर   खुद  से  अपनी  पहचान
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नारी    तेरी    महिमा    महान
किस  विध करूं इसका बखान

रेखा जोशी



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