नारी तेरी महिमा महान
किस विध करूं इसका बखान
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याद करो झाँसी की रानी
थी जोशीली वो मर्दानी
बांध पीठ पर अपना लाल
हुई राष्ट्र पर वो कुर्बान
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पहुँची तुम भू से आसमान
कल्पना की वो ऊँची उड़ान
याद करेगा तुम्हे जहान
तुम में समाया तेज महान
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अबला नहीं बलवान हो तुम
शक्ति स्वरूप दुर्गा हो तुम
महादेवा की शिवा हो तुम
कर खुद से अपनी पहचान
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नारी तेरी महिमा महान
किस विध करूं इसका बखान
रेखा जोशी
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