याद तेरी हमें आज आने लगी
मधुर स्वर में ज़िन्दगी गाने लगी
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चाँद ने ली आज अंगड़ाई सजन
चाँदनी अब यहाँ मुस्कुराने लगी
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रात काली यहाँ बिन सजन प्यार के
दीप की रोशनी जगमगाने लगी
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नाम लेकर पुकारें नज़ारे यहाँ
अब पवन भी हमें तो बुलाने लगी
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थाम लो हाथ तुम अब हमारा सजन
प्रीत भी गीत अब गुनगुनाने लगी
रेखा जोशी
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