गीत
मेरे जीवन में तुम आ जाना ;
बन के बहार छा जाना
दूँढू तुझे इन गलियों में ;
देखूं तुझे इन कलियों में
इन्ही राहों को महकाते हुए
सूनी बाँहों में तुम आ जाना
मेरे दिल में है धडकन तेरी
मेरी आँखों में तेरे आंसू है
मैं तुझमे समां जाऊं
तू मुझमे समां जाना
मेरे जीवन में तुम आ जाना ;
बन के बहार छा जाना
मेरे जीवन में तुम आ जाना ;
बन के बहार छा जाना
दूँढू तुझे इन गलियों में ;
देखूं तुझे इन कलियों में
इन्ही राहों को महकाते हुए
सूनी बाँहों में तुम आ जाना
मेरे दिल में है धडकन तेरी
मेरी आँखों में तेरे आंसू है
मैं तुझमे समां जाऊं
तू मुझमे समां जाना
मेरे जीवन में तुम आ जाना ;
बन के बहार छा जाना
MAIN TUJH MEIN KHO JAAOON
ReplyDeleteTOON MUJH MEIN KHO JAANAA ....
DHOONDHE KOI TO SIRF
MAIN TERE DIL MEIN
TOON MER DIL MEINMILNAA ...
उत्साह वर्धन हेतु आपका आभार राजेंद्र जी
Deleteआपकी इस प्रविष्टी की चर्चा कल रविवार (24-02-2013) के चर्चा मंच-1165 पर भी होगी. सूचनार्थ
ReplyDeleteधन्यवाद अरुण ,आभार
Deleteबहुत उम्दा ..भाव पूर्ण रचना .. बहुत खूब , अच्छी रचना इस के लिए आपको बहुत - बहुत बधाई
ReplyDeleteमेरी नई रचना
खुशबू
प्रेमविरह
हार्दिक धन्यवाद दिनेश जी
Deleteराजेंद्र जी उत्साह वर्धन हेतु आपका आभार
ReplyDeleteरेखा जी सुन्दर भाव ...
ReplyDeleteबधाई
उत्साहवर्धन हेतु और मेरी साईट पर आने के लिए आपका हार्दिक आभार प्रवीन जी
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