प्यार तुमको अब निभाना आ गया
रफ़्ता रफ़्ता मुस्कुराना आ गया
....
छेड़ कर ज़ुल्फ़ें हवाओं ने कहा
आज मौसम आशिकाना आ गया
....
खुश रहो साजन जहाँ में तुम सदा
ज़िंदगी को आज़माना आ गया
....
क्या कहें तुमसे न जाना छोड़ कर
हाथ थामा तो निभाना आ गया
....
दे रही है अब हवायें यह सदा
साथ जीने का ज़माना आ गया
रेखा जोशी
रफ़्ता रफ़्ता मुस्कुराना आ गया
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छेड़ कर ज़ुल्फ़ें हवाओं ने कहा
आज मौसम आशिकाना आ गया
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खुश रहो साजन जहाँ में तुम सदा
ज़िंदगी को आज़माना आ गया
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क्या कहें तुमसे न जाना छोड़ कर
हाथ थामा तो निभाना आ गया
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दे रही है अब हवायें यह सदा
साथ जीने का ज़माना आ गया
रेखा जोशी
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