Tuesday 12 July 2016

हमारे तुम्हारे मिलन की इक कहानी बन गई

आये  जो  तुम  अँगना   शाम   सुहानी  बन गई 
खिली बगिया  तितली गुल की दिवानी  बन  गई 
छिड़ने  लगे  मधुर तार अब दिल के हमारे सजन 
हमारे  तुम्हारे  मिलन  की  इक कहानी  बन गई 

रेखा जोशी 

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