शमा जलती रही महफ़िल सजाने आप आयें है
यहाँ अब रात में किसने सजन दीपक जलाये हैं
चले आये हमारी आज महफ़िल में सनम फिर से
पिया आये हमारे घर सितारे जगमगायें है
यहाँ अब रात में किसने सजन दीपक जलाये हैं
चले आये हमारी आज महफ़िल में सनम फिर से
पिया आये हमारे घर सितारे जगमगायें है
रेखा जोशी
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