मत ज़िंदगी में बहकना
तुम बंदगी को समझना
...
हम थाम लेंगे हाथ को
तब हाथ तुम भी पकड़ना
...
देना हमारा साथ तुम
तुम साथ फिर मत छोड़ना
....
जीवन ख़ुशी से भर गया
खिल खिल उठा अब अंगना
....
खिलने लगे है फूल अब
उपवन सदा अब महकना
रेखा जोशी
तुम बंदगी को समझना
...
हम थाम लेंगे हाथ को
तब हाथ तुम भी पकड़ना
...
देना हमारा साथ तुम
तुम साथ फिर मत छोड़ना
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जीवन ख़ुशी से भर गया
खिल खिल उठा अब अंगना
....
खिलने लगे है फूल अब
उपवन सदा अब महकना
रेखा जोशी
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