दर्द तुम ने दिये क्या करें
ज़ख्म हम को मिले क्या करें
...
खूबसूरत नज़ारे यहाँ
फूल उपवन खिले क्या करें
...
ये बहारे पुकारे पिया
आज जियरा जले क्या करें
...
मुस्कुरा कर पुकारो सनम
यूँ चले सिलसिले क्या करें
...
खत्म शिकवे करें अब सजन
आज छोडो गिले क्या करें
रेखा जोशी
ज़ख्म हम को मिले क्या करें
...
खूबसूरत नज़ारे यहाँ
फूल उपवन खिले क्या करें
...
ये बहारे पुकारे पिया
आज जियरा जले क्या करें
...
मुस्कुरा कर पुकारो सनम
यूँ चले सिलसिले क्या करें
...
खत्म शिकवे करें अब सजन
आज छोडो गिले क्या करें
रेखा जोशी
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