सात फेरे
और
सात वचन
याद है मुझे
आदर करती हूँ मै तुम्हारा
और
सबका यहाँ क्योंकि
मै तुम्हारी हूँ
और
तुम्हारे अपने
है अब मेरे
और
मेरे अपने
वह भी तो है तुम्हारे
मै कभी भी
नही सह पाऊँगी
निरादर उनका
इल्तिजा है मेरी तुमसे
रखना मान
सदा उनका
रेखा जोशी
और
सात वचन
याद है मुझे
आदर करती हूँ मै तुम्हारा
और
सबका यहाँ क्योंकि
मै तुम्हारी हूँ
और
तुम्हारे अपने
है अब मेरे
और
मेरे अपने
वह भी तो है तुम्हारे
मै कभी भी
नही सह पाऊँगी
निरादर उनका
इल्तिजा है मेरी तुमसे
रखना मान
सदा उनका
रेखा जोशी
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