चलता चल तू अकेला साथी मिले न मिले
मत देखना पीछे तुम राह कठिन हो भले
थक हार कर कहीं बैठ न जाना तुम कभी भी
अगर मन में हो विशवास फूल राहों में खिलें
रेखा जोशी
मत देखना पीछे तुम राह कठिन हो भले
थक हार कर कहीं बैठ न जाना तुम कभी भी
अगर मन में हो विशवास फूल राहों में खिलें
रेखा जोशी
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