Friday, 2 January 2015

बदली में मयंक [हाइकु ]


निकला चाँद 
लहराती चांदनी
तुम्हारा साथ 
……………
आंखें चुराता 
बदली में मयंक 
शरमाया सा
...............
रात सुहानी
बिखरती चाँदनी
धरा  चांदी सी 
................ 
चांद सितारे
चमकता गगन
हमें पुकारें
...............
हाथों में हाथ
ज़िन्दगी का सफर
निभाना साथ

रेखा जोशी

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