Wednesday, 27 April 2016

तुम जो मिल गये हमें संसार मिला

खिल उठी बगिया संग बहारे लिये
गाने  लगी  फिज़ायें  नज़ारे  लिये
तुम जो मिल गये हमें संसार मिला
नयन  बिछाये  बैठे  तुम्हारे  लिये

रेखा जोशी

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