Tuesday, 2 May 2017

छन्द- स्रग्विणी

छन्द- स्रग्विणी 
मापनी - 212 212 212 212

और  देगी हमे  क्या दगा ज़िन्दगी
प्यार  से  ले गले  तू लगा जिन्दगी
गम बहुत है मिले ज़िन्दगी  से हमें
हैं   बहुत से गिले  ज़िन्दगी से हमें

रेखा जोशी

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