Thursday, 25 May 2017

ग़ज़ल

1222 1222

सजन इकरार कर लेना
हमारा प्यार पढ़ लेना
,
खिला उपवन रँगी मौसम
नज़ारे  यार  पढ़   लेना
,,
निगाहों में समाये तुम
हमें दिलदार पढ़ लेना
,,
लिखा है नाम हाथों पर
हिना के पार पढ़ लेना
,,
पुकारते कँगन तुम को
पिया इज़हार पढ़ लेना

रेखा जोशी

No comments:

Post a Comment