है मीत बहुत मिले हमें इस अजीब ओ गरीब दुनिया में मिला न हमे ऐसा कोई बने मेरा नसीब दुनिया मे आज से ,अब से,अभी अभी से,मुझे तुम्हारा प्यार कबूल तेरे सिवा कोई भी न आया दिल के करीब दुनिया में
रेखा जोशी
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