Tuesday, 6 June 2017

है मीत बहुत मिले हमे इस अजीब ओ गरीब दुनिया में

है  मीत बहुत मिले हमें  इस अजीब ओ गरीब दुनिया में
मिला  न हमे   ऐसा  कोई  बने  मेरा  नसीब   दुनिया मे
आज से ,अब से,अभी अभी से,मुझे  तुम्हारा प्यार कबूल
तेरे  सिवा कोई  भी न आया दिल  के करीब  दुनिया में

रेखा जोशी

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