सुहाना मौसम और नदी का किनारा बहारों ने पिया नाम तेरा पुकारा आंखों से हमारी प्यार पढ़ लो साजन शायद मिले न फिर यह मौका दोबारा
रेखा जोशी
No comments:
Post a Comment