Sunday 11 June 2017

चमकते नयन तुम्हारे

कुछ खोजते देखते
जिज्ञासा से भरे
ढूंढ रहे कुछ
चमकते नयन तुम्हारे
,
अनगिनत ख्वाब
नैनों में सँजोये
पूरा होना चाह रहे
प्रफुल्लित उत्साहित
कुछ नवसृजन
करने को आतुर
चमकते नयन तुम्हारे
,
लड़कपन की चाह
कुछ कर गुजरने की
तमन्ना 
झलकती नैनों से
तुम्हारे
मन में है विश्वास
पूरे होंगे सपने
जो देख रहे
खुली आँखों से
चमकते नयन तुम्हारे

रेखा जोशी

No comments:

Post a Comment