प्यार में हमको सजन बहकाने लगे
जख्म हम को मिले वोह छिपाने लगे
,
जो देता हमे सहारा मुश्किलों में
उस सफीने को फिर क्यूँ डुबाने लगे
,
उनके आने की खबर सुनते ही हम
फूल राह में सजन हम बिछाने लगे
,
जीने की तमन्ना नही बिन तेरे पिया
मौत का सामान हम अब सजाने लगे
,
भूल जायें तुम्हे दम नही है इतना
पर याद तेरी दिल से मिटाने लगे
,
रेखा जोशी
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