तुम इस कदर छाये हो ख्यालों में मेरे
कुछ और नजर आता नही सिवा तुम्हारे
मुस्कुराता हुआ चेहरा समाया निगाहों में
महका गया आज वो मेरी तनहाइयों को
कुछ और नजर आता नही सिवा तुम्हारे
मुस्कुराता हुआ चेहरा समाया निगाहों में
महका गया आज वो मेरी तनहाइयों को
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