Monday, 23 October 2017

करें  हम  याद  तुमको हर घड़ी हर पल

1222 1222 1222

नहीं  कोई   यहां  दीवार  अब साजन
किया हमने  पिया इकरार अब साजन
,
जिया  लागे  न  सजना अब बिना तेरे
चले  आओ  पुकारे  प्यार अब साजन
,
बहारे  है खिला  उपवन  पिया आ जा
नज़ारों  से न कर  इनकार अब साजन
,
किसे साजन सुनाएँ हाल दिल का हम
चलो  लेकर  हमें  उस पार अब साजन
,
करें  हम  याद  तुमको हर घड़ी हर पल
यहां  पर  ज़िंदगी  संवार  अब   साजन

रेखा जोशी

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