हाइकु
चमक रही
सूरज की तरह
सरसों पीली
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बिखर गई
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बिखर गई
खुशिया सब ओर
लाया बसंत
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सोंधी महक
लहराती सरसों
आया बसंत
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बगिया मेरी
बगिया मेरी
महक उठी आज
आया बसंत
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नमन तुझे
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नमन तुझे
दो मुझे वरदान
माता शारदे
रेखा जोशी
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