सतरंगी इस दुनिया में मिला हमें कोई रंग नही
मिला साथ रिश्तों का सबको कोई हमारे संग नहीं
हसरते मरती रही रूठी चाहते हमारी पल पल
जी रहे अब यहाँ ज़िंदगी लेकिन कोई उमंग नही
रेखा जोशी
मिला साथ रिश्तों का सबको कोई हमारे संग नहीं
हसरते मरती रही रूठी चाहते हमारी पल पल
जी रहे अब यहाँ ज़िंदगी लेकिन कोई उमंग नही
रेखा जोशी
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