बादलों की ओट से मुस्कुराता है चाँद
तारों के सँग अम्बर पे चमकता है चाँद
आये यहाँ तेरी महफ़िल में हम भी सनम
रास्ते पर आज रश्मियाँ बिखेरता है चाँद
रेखा जोशी
तारों के सँग अम्बर पे चमकता है चाँद
आये यहाँ तेरी महफ़िल में हम भी सनम
रास्ते पर आज रश्मियाँ बिखेरता है चाँद
रेखा जोशी
No comments:
Post a Comment