कारे कारे बदरा
छाये आज नभ पर
धड़के जिया मोरा
चमकी जब नभ में बिजुरी
आये याद सजना मोहे
जब हुई बरसात
भीगा मोरा तन मन सारा
भीगी चुनरिया मोरी
भीगे नैना राह निहारे
घर आजा साँवरिया
भीगे से इस मौसम में
याद तिहारी आये
कटे न पल पल अब हमसे
नैना भीग भीग जाए
पथरा गई अखियाँ
इंतज़ार में तेरी
नैना पथ निहारे
आजा पिया परदेसी मेरे
जब जिया न जाए
रेखा जोशी
छाये आज नभ पर
धड़के जिया मोरा
चमकी जब नभ में बिजुरी
आये याद सजना मोहे
जब हुई बरसात
भीगा मोरा तन मन सारा
भीगी चुनरिया मोरी
भीगे नैना राह निहारे
घर आजा साँवरिया
भीगे से इस मौसम में
याद तिहारी आये
कटे न पल पल अब हमसे
नैना भीग भीग जाए
पथरा गई अखियाँ
इंतज़ार में तेरी
नैना पथ निहारे
आजा पिया परदेसी मेरे
जब जिया न जाए
रेखा जोशी
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