तुम बिन जी पायेंगे कैसे , तुमसे ही मेरा जीवन
दोनों की इक मंज़िल साथी तुम ही हो मेरे साजन
धीरे धीरे बन जायेगी ,तेरी मेरी फिर जोड़ी
जीतेंगे हम तब जग सारा, सबसे प्यारा यह बन्धन
रेखा जोशी
दोनों की इक मंज़िल साथी तुम ही हो मेरे साजन
धीरे धीरे बन जायेगी ,तेरी मेरी फिर जोड़ी
जीतेंगे हम तब जग सारा, सबसे प्यारा यह बन्धन
रेखा जोशी
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