गीतिका
रस भरी भाव गुंजित विधा गीतिका। रस भरी गीत गुंजित विधा गीतिका
...
साज़ बिखरा रहे धुन सुरीली यहाँ
तान यह छेड़ हर्षित विधा गीतिका
....
शीश मंदिर झुका कर करें हम नमन
अब करें पुष्प अर्पित विधा गीतिका
...
हर्ष मन में भरे अंग पुलकित ह्रदय
दे खुशियाँ प्रफुल्लित विधा गीतिका
...
सुर सुरीले बजें तार दिल के बजे
गीत संगीत मोहित विधा गीतिका
रेखा जोशी
रस भरी भाव गुंजित विधा गीतिका। रस भरी गीत गुंजित विधा गीतिका
...
साज़ बिखरा रहे धुन सुरीली यहाँ
तान यह छेड़ हर्षित विधा गीतिका
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शीश मंदिर झुका कर करें हम नमन
अब करें पुष्प अर्पित विधा गीतिका
...
हर्ष मन में भरे अंग पुलकित ह्रदय
दे खुशियाँ प्रफुल्लित विधा गीतिका
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सुर सुरीले बजें तार दिल के बजे
गीत संगीत मोहित विधा गीतिका
रेखा जोशी
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