Thursday, 21 December 2023
है गुलज़ार बगिया
Friday, 15 December 2023
लम्हा लम्हा
Monday, 27 November 2023
इक दूजे के लिए
Sunday, 26 November 2023
,पारिजात.
Friday, 24 November 2023
मुक्तक
Friday, 3 November 2023
"एक कप चाय और सौगंध बाप की"
खूबसूरत [लघु कथा]
Saturday, 28 October 2023
न जाने कहाँ चली गई ज़िंदगी
Thursday, 19 October 2023
प्रियतम मेरे
Sunday, 15 October 2023
उलझन ही उलझन
Monday, 2 October 2023
भारत का लाल -श्री लाल बहादुर शास्त्री की याद में
Wednesday, 20 September 2023
मुक्तक
Thursday, 7 September 2023
ओम सत्य स्वरूप
Monday, 28 August 2023
क्षणिकाएँ
Wednesday, 9 August 2023
ज़िन्दगी गुज़र गई
Wednesday, 2 August 2023
दोहे, भारत रहा पुकार
Sunday, 23 July 2023
ज़िंदगी को मुस्कुराना आ गया....
Saturday, 8 July 2023
चिर प्यास मेरी
बढ़ता चल निरंतरपूर्णता की ओर
Thursday, 15 June 2023
जीवनक्रम
Wednesday, 14 June 2023
बन जाओ फिर काले बादल
Thursday, 8 June 2023
इक छोटू
Sunday, 16 April 2023
गीत
Monday, 10 April 2023
पेड़ की व्यथा
Saturday, 8 April 2023
करेंगे याद तुमको हम उमर भर
ज़माना ज़िन्दगी पीछे पड़ा है
,,
नही चाहा कभी हम दूर जायें
करें क्या प्यार लेता इम्तिहाँ है
,,,
न आयें हम यहाँ पर लौट कर फिर
नही तुम भूलना हमको पिया है
,,,
करेंगे याद तुमको हम उमर भर
करेंगे फिर नही तुमसे गिला है
,,,
गई है अब उजड़ दुनिया हमारी
रेखा जोशी
Saturday, 1 April 2023
Tuesday, 28 March 2023
आधार छंद - वाचिक स्रग्विणी
Wednesday, 1 February 2023
मौन का रिश्ता
अपने प्यार की तुम
सदा करते हो
हम पर बरसात
कैसे समझ जाते हो तुम
हमारी खामोश
पुकार को
नहीं कहते जो
अपनी जुबां से हम
पूरी कर देते हो तुम
हे मेरे प्रभु
हाँ मौन का रिश्ता
है तेरे मेरे बीच
एक अटूट बंधन
मेरे हिय को
भर देते हो प्रेम से
बस मै और तुम
दोनों खामोश
लेकिन
होती है अनगिनत बाते
हम दोनों के बीच
अच्छी लगती है
वह खामोशी
जब होते हो तुम
पास मेरे
और
घंटों करते है हम
खामोश रहते हुए
बातें
इक दूजे से
रेखा जोशी
Tuesday, 24 January 2023
बसंत पंचमी की हार्दिक शुभकामना
Tuesday, 10 January 2023
जिंदगी खर्च होती रही
दिन प्रतिदिन
जिंदगी खर्च होती रही वक्त, बेवक्त,पल पल
कल आज और कल में
खर्च करते रहे जिंदगी के लम्हें
जिंदगी खर्च होती रही मायूसियों में कभी नाकामियों में
भूल जाते हैं जीना अक्सर जिंदगी हम
जीवन की आपाधापी में
रुकता नहीं वक्त जिंदगी की राहों में
छोटी सी जिंदगी के हर लम्हें को
खर्च करो दिल खोल कर जीवन में
कभी महका लो हर लम्हा खुशनुमा जिंदगी का
बिखेर कर फूल जीवन की राहों पर
कभी कहीं फैला दो उजियारा दीपक बन
रोशन कर आँगन किसी का
रोशन कर आँगन किसी का
रेखा जोशी