Monday, 11 August 2014

स्वतंत्रता दिवस पर


 वीर आल्हा छंद 

लुटती इज़्ज़त माँ बहनो की ,रोती  है  बालायें  आज । 
 आज पुकारे  भारत माता ,लाल बचा लो मेरी लाज ॥ 

टूट गई  डोर विश्वास की ,मिट गया अब दीन ईमान । 
जननी  रोय आँसू बहाये   ,अब माँ बाप का हो सम्मान ॥ 

जागो माँ के वीर सपूतो ,डूब रहा है भारत आज । 
इसे लूटते तेरे भाई ,क्यों न गिरायें उन पर गाज ॥ 

धधक रही लालच की ज्वाला ,पनप रहा है  भ्रष्टाचार।
है नोच रहे कपूत माँ के ,बंद करें  अब  अत्याचार ॥ 

रेखा जोशी 

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