छंदमुक्त रचना
जी रहे हम सब यहाँ
कतरा कतरा ज़िंदगी
न जाने क्यों हमारी
रह जाती ख्वाहिशें
आधी अधूरी
करना चाहती
एहसास
पूर्णता का यहाँ
कतरा कतरा जिंदगी
इससे पहले
रूठ न जाये कहीं ज़िंदगी
हमसे
क्यों न हम जी लें जी भर
हर लम्हा हम यहाँ
कतरा कतरा ज़िंदगी
का
रेखा जोशी
जी रहे हम सब यहाँ
कतरा कतरा ज़िंदगी
न जाने क्यों हमारी
रह जाती ख्वाहिशें
आधी अधूरी
करना चाहती
एहसास
पूर्णता का यहाँ
कतरा कतरा जिंदगी
इससे पहले
रूठ न जाये कहीं ज़िंदगी
हमसे
क्यों न हम जी लें जी भर
हर लम्हा हम यहाँ
कतरा कतरा ज़िंदगी
का
रेखा जोशी
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