बन के रह गई ज़िन्दगी अफ़साना
न आया तुमको कभी प्यार निभाना
न आया तुमको कभी प्यार निभाना
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आया नहीं करना तुम्हे प्यार सजन
बना दिया तुमने हमको दीवाना
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देती खामोशियाँ आवाज़ तुमको
सुन आवाज़ मेरी तुम चले आना
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भूल जाओ आज परेशानियाँ तुम
काँधे पे रख सर अपना सो जाना
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गैर नही हम तो तुम्हारे है सनम
पराया समझ हमको न भूल जाना
रेखा जोशी
रेखा जोशी
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