चाहत थी उसकी
ज़िन्दगी में
सफलता
है उसकी धरोहर
सत्य ईमानदारी और सेवा भाव
है उसमें साहस भी
लगन मेहनत और उमंग से भरा
लेकिन न हो सका सफल
ज़िन्दगी में
रहा असफल
नही पहुंच सका वह बुलंदियों पर
नहीं कर सका वह
जी हजूरी और रिश्वतखोरी
नही बना सकता था वह
मीठी मीठी बातें
न ही था उसके
सिर पर किसी सत्ता का हाथ
रेखा जोशी
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