उपकार
आओ मिल कर ज़िंदगी में हम सबसे करें प्यार
हम जीवन में अपनी गलतियों को करें स्वीकार
हो जाती गलती किसी से क्योकि हम है इंसान
क्षमा करें दिल से किसी को खुद पर करें उपकार
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अपकार
हो सके गर तो जीवन किसी का सँवार
हर किसी से जीवन में तुम करना प्यार
तुम लेना दुआयें जीवन में सभी की
भूल का भी तुम कभी न करना अपकार
रेखा जोशी
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